---------------------- ग़ज़ल ---------------------------
जो करके तुम दिखाओगे वो करना सीख जायेगा।
जो करके तुम दिखाओगे वो करना सीख जायेगा।
नशा कोई करो, बच्चा बिगड़ना सीख जायेगा।
लगाता दौड़ है 'वाकर' में कोई गोद का बच्चा ,
तो लगता है कि दो ही दिन में चलना सीख जायेगा।
जो ग़लती कर के खुद माने, अगर उसको नसीहत दो,
वो नेता कि तरह कल से मुकरना सीख जायेगा।
ये संक्रामक बड़ा है रोग तुम मुस्का के तो देखो ,
जो रोता रहता है वो मुस्कुराना सीख जायेगा।
करो तारीफ़ उसकी सौ, कमी गर इक 'नया' बोली,
जिसे लड़ना नहीं आता वो लड़ना सीख जायेगा।
वी. सी. राय 'नया'
वी. सी. राय 'नया'
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